हरियाणा

भाजपा सरकार में आम ज़न की सुनवाई नहीं, ना मंत्री सुनते हैं,ना सीट पर बैठे अधिकारी

सत्य ख़बर,गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज:

हरियाणा में भाजपा ने जहां प्रदेशवासियों से बड़ी-बड़ी बातें कर पिछले 10 वर्षों से सरकार तो बना ली थी,मगर आम जनमानस और पीड़ित कर्मचारी वर्ग आज भी अपने हक़ के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं। जिसमें भाजपा सरकार में बैठे मंत्री और लापरवाह अधिकारीयों की अपनी तानाशाही के चलते जल्द ही प्रदेशवासी भाजपा को सत्ता से बाहर करने वाले हैं।

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जानकारी के अनुसार नगर निगम के अस्थाई कर्मचारी पिछले करीब 3 सालों से न्याय के लिए लघु सचिवालय के सामने ये कार्यालय के सामने धरने प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन उनकी कोई भी अधिकारी और मंत्री नहीं सुन रहे हैं जिसको लेकर उन्होंने हजारों दफा ज्ञापन भी उपायुक्त को दिए हुए।
छंटनी गस्त कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए बताया कि सरकार में मंत्री सुभाष सुधा ने सरकारी कार्य में बाधा डालने वालो, सरकार की छवी खराब करने वालो की तो सुनवाई कर उन्हें 15 दिनों के अंदर दोसरकारी कार्य में बाधा डालने वालो को बहाल कर दिया । लेकिन जो 3 साल 11 महिने से डीसी ऑफिस गुरुग्राम पर गुहार लगा रहे हैं और 22 हज़ार से ज्यादा ज्ञापन दे चुके हैं,
जो 2 महिने 15 दिन से मंत्री जी के कार्यालय और कोठी के चक्कर काट रहे हैं,उन आठ कर्मचारियों को आज तक भी न्याय नहीं मिला है। जबकि वे इस बारे में 2 बार मंत्री से भी मिलकर अपनी समस्या से अवगत करा चुके हैं। लेकिन उनकी किसी ने भी आजतक सुध नहीं ली है।
इतना ही नहीं मंत्री तो मुख्यमंत्री नायब सैनी जीं के आदेशों पर भी कार्यवाई नहीं कर रहे हैं, क्योंकि 14 जून को मुख्यमंत्री कार्यालय से मंत्री जी को पत्र भेजा गया था छटनीग्रस्त कर्मचारियों की अप्रुवल पर तुरन्त प्रभाव से कार्यवाई करने के लिए लेकिन आज पूरे 2 महिने 14 दिन हो गए हैं,मुख्यमंत्री के आदेशों की कोई पालना नहीं हुई है।
वहीं विभाग के अधिकारी भी छटनीग्रस्त कर्मचारियों की सुनवाई नहीं कर रहे हैं,और ना ही
सीएम विंडो की सुनवाई करते हैं,और ना ही जनसंवाद
व समाधान शिविर की सुनवाई कर रहे हैं। पीड़ित कर्मचारियों का कहना था कि वह अपनी समस्या को लेकर सीएम के पूर्व ओएसडी से भी मिल चुके हैं। उसके बाद भी निगम अधिकारी उनकी बहाली जानबूझकर नहीं कर रहे हैं।

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